करे सौदा इस जहाँ का हम तुम
आसमान तुम्हारा , ज़मीन हमारी
फूल तुम्हारे , खुशबू हमारी
सितारे तुम्हारे , झिलमिलाहट हमारी
चाँद तुम्हारा , चांदनी हमारी
सूरज तुम्हारा , रौशनी हमारी
सागर तुम्हारा , लहरें हमारी
पंछी तुम्हारे , उड़ान हमारी
बादल तुम्हारे , गर्जन हमारी
खुशियाँ तुम्हारी , दुःख दर्द हमारे
सब कुछ तुम्हारा , तुम हमारे ।
आसमान तुम्हारा , ज़मीन हमारी
फूल तुम्हारे , खुशबू हमारी
सितारे तुम्हारे , झिलमिलाहट हमारी
चाँद तुम्हारा , चांदनी हमारी
सूरज तुम्हारा , रौशनी हमारी
सागर तुम्हारा , लहरें हमारी
पंछी तुम्हारे , उड़ान हमारी
बादल तुम्हारे , गर्जन हमारी
खुशियाँ तुम्हारी , दुःख दर्द हमारे
सब कुछ तुम्हारा , तुम हमारे ।
बहुत बढिया सौदा ... वाह !!! जीत गईं आप...कमाल का लिखा है।
ReplyDeleteसाधुवाद ऐसी मनभावन रचना के लिए
ReplyDelete---
चाँद, बादल और शाम
bahut hi sunder... "सब कुछ तुम्हारा , तुम हमारे ।"
ReplyDeletesachha pyaar jhalakta hai.
:)